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कृष्णगढ (किशनगढ़) राजघराने के महाराजा नागरीदास (सावंतसिंह) काव्य कला में निपुण थे। वे कवि के साथ -साथ संगीतज्ञ , चित्रकार , सफल शासक तथ...
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कृष्णगढ (किशनगढ़) राजघराने के महाराजा नागरीदास (सावंतसिंह) काव्य कला में निपुण थे। वे कवि के साथ -साथ संगीतज्ञ , चित्रकार , सफल शासक तथ...
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जयशंकर प्रसाद और मोहन राकेश के नाटकों के स्त्री पात्रों का तुलनात्मक अध्ययन (ध्रुवस्वामिनी और आधे-अधूरे नाटकों के विशेष सन्दर्भ में) ...
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समृद्ध वाचिक परम्परा का क्षीण होता लोक हज़ारों हज़ारों साल नर्गिस अपनी बेनुरी पे रोती है । बड़ी मुश्किल से होता है, चमन में दीदावर ...
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